Nojoto: Largest Storytelling Platform

बर्तन में रखा पानी चमकता है; समुद्र का पानी अस्पष्

बर्तन में रखा पानी चमकता है; समुद्र का पानी अस्पष्ट होता है. लघु सत्य स्पष्ठ शब्दों से बताया जा सकता है, महान सत्य मौन रहता है.

  -:रबिन्द्रनाथ टैगोर

7अगस्त 1941 जन गण मन के रचयिता महान कवि रविंद्र नाथ टैगोर जी की पुण्यतिथि पर.. भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित। 🙏🙏🙏💐 #RABINDRANATHTAGORE
बर्तन में रखा पानी चमकता है; समुद्र का पानी अस्पष्ट होता है. लघु सत्य स्पष्ठ शब्दों से बताया जा सकता है, महान सत्य मौन रहता है.

  -:रबिन्द्रनाथ टैगोर

7अगस्त 1941 जन गण मन के रचयिता महान कवि रविंद्र नाथ टैगोर जी की पुण्यतिथि पर.. भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित। 🙏🙏🙏💐 #RABINDRANATHTAGORE