समझाया था मैनें बहुत ख़ुद को, यूँ उनकी तरफ़ न बढ़ो.. ये सफ़र भी अधूरी मंज़िल ही देगी, काश! दिमाग की समझ तुम ठहरो.. पर... हमें इम्तेहां देना अब भा सा गया है.. देखना है क्या सच में कोशिशों से किसी का लिक्खा बदल भी पाया है!!!! #इम्तेहां #कोशिशें #उम्मीदें #ज़िन्दगी #चाहत #बदलाव #भाव #अल्फ़ाज़ #Nojoto