ज़ख्म गहरा कितना भी हो, कभी किसी को दिखाना नहीं चाहिए ! हो जाए चाहे दर्द की हर हद पार, कभी अपना दर्द किसी को सुनाना नहीं चाहिए ! थाम दामन तन्हाई का, रो ले चाहे जी भर कर ऐ बन्देया, पर कभी किसी के आगे आंसू बहाना नहीं चाहिए ! पंकज जैन #poetry#wound#tears#pain#alone#advice#follow