ख्वाबीदा आंखों में कोई ख्वाब रुका था । जाने कैसे सीने में दिल - ए - बेताब रुका था मेरे हुजरे में फ़ैला है,जो नूर अब तक । इक शब मेरे कमरे में,वो महताब रुका था । azeem khan # इक शब मेरे कमरे में #