यूं तिरछी निगाहों से ना देख ज़ालिम कहीं इश्क़ से मेरी ना जंग ठन जाए , छोड़ दो ये सभी रियासतें और सियासतें चलो इश्क़ में हम भी शायर बन जाए ।। जय कुमार"जनार्दन" #शायर #उदास_लम्हें