कच्चे पक्के से रिश्ते बनते हैं और टूट जाते हैं लोग मिलते हैं और छूट जाते हैं जब भी मिलते हैं लोगों को हम उनके लहजे में ना जानें क्या होता है लोग रूट जाते हैं #poem#dost