तेरे लिये मैं कुछ भी नहीं पर मेरा पूरा जहां हैं तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे कोशिश की थी मैंने कि सुलझा सकूं कि रिश्तो में पड़ी उन गाठो पर भुला न सकीं कि अपने गालों पर पड़े उन चाटो को तू भूल गया शायद पर मेरा दिल भी कही बेजार है तुझसे तेरी नफरत कह रहीं हैं तुझे प्यार हैं मुझसे