इज़हार तुझे देखने के लिए ये दिल बेक़रार आज भी है , मेरी रूह को तेरी रूह का इंतजार आज भी है । अधूरे शब्दो से गीतों में मैंने ये पैगाम लिखा है... इस जिंदगी को हर शाम से इक़रार आज भी है ।। मैं प्यासा इक मधुप मधु का,मैं मदहोश रहता हूँ , तेरी खुशियों पर अपने दर्द को ख़ामोश करता हूँ ! है सकूँ तुझको देखने भर से ,ये इजहार करता हूँ , तू अब तलक न समझी की मैं तुमसे प्यार करता हूँ !! क़लमकार ((( " राहुल "))) #izhaar तुझे देखने के लिए ये दिल बेक़रार आज भी है , मेरी रूह को तेरी रूह का इंतजार आज भी है । अधूरे शब्दो से गीतों में मैंने ये पैगाम लिखा है... इस जिंदगी को हर शाम से इक़रार आज भी है ।। मैं प्यासा इक मधुप मधु का,मैं मदहोश रहता हूँ ,