ऐ जिदंगी! मेरा एक सवाल तुझसे है.. सबको तो बनाया रब ने एक जैसे, तो फिर लोगों मे इतना फर्क कैसे है? ऐ जिदंगी ! मेरा एक सवाल तुझसे है... जब सूरज की रोशनी, चाँद की चाँदनी, सबके लिए हैं एक जैसे , तो फिर लोगों की नजरों मे इतना फर्क कैसे है? ऐ जिदंगी! मेरा एक सवाल तुझसे है... जब खुशी, गम और भावनाएँ जुड़े है, सबके दिलों से एक जैसे, तो फिर लोगों की जज्बातों मे इतना फर्क कैसे है? ऐ जिदंगी! मेरा एक सवाल तुझसे है... जब बच्चों को जन्म दिया है, माँ ने एक जैसे... तो फिर बेटे बेटियों मे इतना फर्क कैसे है? ऐ जिदंगी! मेरा एक सवाल तुझसे है... जब प्रकृति का प्यार है.. सबके लिए एक जैसे, तो फिर इंसानो के इंसानियत मे इतना फर्क कैसे हैं? इंसानियत मे इतना फर्क कैसे है.....? - स्नेही #nojoto#life#daughter