माना कि वह दूर चली गई पर आज भी रहती है मेरे दिल से किसी कोने में...... मेरे हंसने में मेरे रोने में मेरे जागने में मेरे सोने में! मेरे सपनों में मेरे ख्वाबों में फूलों सी परी है किताबों में! माना कि वह दूर चली गई पर आज भी रहती है मेरे दिल के किसी कोने में...... मेरे मुस्कुराहट की आहट में मेरे दिल की इबादत में! मेरे दिल की वादियों के खुशबू में मेरे कतरे कतरे और रूह में! माना कि वह दूर चली गई पर आज भी रहती है मेरे दिल के किसी कोने में...... यह बाहें तुम्हारी है यह दिल भी तुम्हारा है कैसे बता दूं तुम्हें कि तुम्हारे बिना दिन और रात कैसे गुजारे है! हर वक्त तड़पते हैं मरते हैं अब तो बस जीते आपकी यादों के सहारे है! माना कि वह दूर चली गई पर आज भी रहती है मेरे दिल के किसी कोने में...... #nojoto#alfaj_dil_k