जानती नहीं पहचानती नहीं फिर भी खुद को बड़ा समझती रही एहसास नहीं हम खास नहीं फिर भी हमको गलत साबित करती रही न देखा न चाहा न सोचा न समझा मुझको मेरी ही नजरो मे गिराती रही तुम यह सब करते करते अपना सम्मान खोती रही। Shyam sundar bansal feeling better soon