Love एहसासों में नहीं केवल, तू सांसों तक समाई है। भला कैसे सहें आखिर, बहुत जालिम जुदाई है। मिलेंगे एक दिन तुमसे इसी सपने में जीता हूं, लगन कैसी ये दिल मे तू, मोहब्ब़त की लगाई है? अरुण शुक्ल अर्जुन प्रयागराज #IMissyou72825#69000 Sarla singh Babita Pandey