किताबें पुरानी किताब के सीने में आज एक सूखा गुलाब पाया,, गुलाब की महक तो कहीं खो सी गयी थी,, बिखरी सुखी पंखड़ियों में आज तेरी याद का गुलाब फिर खिल सा आया. महक गया पन्नों पे लिखा ज़िकर तेरा,,मेरी किताबों के शुरू में भी जो तेरा नाम था,,आज आखिरी ज़िकर में भी तेरा ही नाम आया। #kitabein #hindishayari#urdushayari#punjabishayari Ruchika kaur B 😊😊