ये तो अभी बस शुरुआत है डरने की क्या बात है, ज़िन्दगी में अँधेरा नहीं है बस कुछ पल की ये रात है। आंसू बहाने का कोई फायदा नहीं मौसम ये बरसात है, कोई भी परेशानी अस्थाई नहीं होती हर रात के बाद प्रभात है। ये तो अभी बस शुरुआत है डरने की क्या बात है, कुछ भी नया करने से लोग डरने लगे है रोके हुए उन्हें, खुदके ही जज़्बात है। कोई जा रहा तो जाने दो, ज़िन्दगी लम्बी है यही नहीं कोई आखिरी मुलाकात है, यहाँ सबकी अपनी-अपनी कहानी है बस लोग उससे अज्ञात है।। ये तो अभी बस शुरुआत है डरने की क्या बात है, ज़िन्दगी में अँधेरा नहीं है बस कुछ पल की ये रात है। आंसू बहाने का कोई फायदा नहीं मौसम ये बरसात है,