गरीबी भी तलाशने लगी अब खाली जेबों के तहखाने वक्त के दरमियान बरामद हुए तो बस कुछ शिकवे तो बहुत सारी शिकायतें इन शिकवों शिकायतों को जरा माफ करना ऐ जिंदगी बर्दाश्त करना सीख लिया हमने इन जैसी और कई हालातें ।।