इतने रतजगों के रहगुज़र हो चुके हैं हम तेरी मोहब्बत के फेर में, कि रात का हर जुगनू मेरी इफ़्फ़त का तलबगार हो चुका है......!! #हिंदीशायरी #हिन्दीकविता #शायरी #कविता #उर्दूशायरी #hindishayari #urdushayari #urdupoetry #hindipoetry #sadpoetry #sadshayari #lovepoetry #loveshayari #love #dilkibaat