ज़िन्दगी तस्वीर भी है और तकदीर भी फर्क रंगों का है मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर और अनजाने रंगों से बने तो तकदीर। माना दुनियाँ बुरी है ,सब जगह धोखा है, लेकिन हम तो अच्छे बने ,हमें किसने रोका है !