लिखा जब नाम उसका तो वो पन्ना मोड़ न पाया बहुत कोशिश करी मैंने मगर दिल जोड़ न पाया मिली मुझको सजा ऐसी मोहबत की गली में जा कि ख़ुद की कैद थी मुझपे सलाखें तोड़ न पाया ऋषभ तोमर बंधन भी चंदन है लिखा जब नाम उसका तो वो पन्ना मोड़ न पाया बहुत कोशिश करी मैंने मगर दिल जोड़ न पाया मिली मुझको सजा ऐसी मोहबत की गली में जा कि ख़ुद की कैद थी मुझपे सलाखें तोड़ न पाया ऋषभ तोमर