गज़ल के शेर इल्म चेहरों को ये हुआ ही नही . आईना झूठ बोलता ही नही . नफ़रतें बाटे देश का नेता .. सच येअखबार में छपा ही नही इक जगह खत्म है हर इक नफ़रत . उस के आगे तो रास्ता ही नही अंदाज़ अमरोहवी 750504458 8 शेर