ऐ " दर्द ", तू होता क्यों है? अकेले, तन्हाइयों में, सबसे छुप कर, तू रोता क्यों है? ऐ " दर्द ", तू होता क्यों है? बेमतलब, मतलबियों से, मिलने की कसक, तू जागता क्यों है? ऐ " दर्द " , तू होता क्यों है? दिलों में तू होता ही है, चेहरे पे, क्यों होता नहीं, आखिर झूठी हंसी , तू हंसता क्यों है ? ऐ " दर्द " , तू होता क्यों है ? गहरी रातें, बहती आंखें, उनकी खयालें,और बेबस सा मैं, फिर भी साथ मेरे, तू सोता क्यों है ? ऐ " दर्द " , तू होता क्यों है ? अरे उदय, तू सच में पागल ही है क्या, भला राज दिलों के , तू लिखता क्यों है? ऐ " दर्द " , तू होता क्यों है। ऐ " दर्द " , तू होता क्यों है। ©uday kumar #Nojoto writers.... #Hopeless Amita Tiwari