जवाब नहीं है मौजूद जिनके ऐसे अजीब सवालात हो गए शहर दिख रहे है ऐसे जैसे कि देहात हो गए सोचा ना था कभी ऐसे जैसे कि हालात हो गए घर भी लग रहे है ऐसे जैसे कि हवालात हो गए रेहान पठान