सवाल- "दिन में सपने कैसे होते?" जवाब- "हमें तो लगता कि- सपने सपने होते, सपने दिन और रात नहीं देखते, सपने कभी भी छुट्टी मनाने आ जाते... और हमारी छुट्टी करके चले जाते... हम सपनों को अपना माने, पर सपने रहते हमसे अनजाने... सपने आते सुहाने, तो बना देते दीवाने... पर जब हकीकत के लगते चाँटे करारे-करारे... तो दिन में भी दिखने लगते तारे.. हकीकत जब मुक्की मारके बजाती घँटी... तो सपनों से मिल जाती छुट्टी... ओये...! बज गई घँटी, हो गई छुट्टी... धन्यवाद❤💎👂🔔🤛😂😁 @बधाई हो छुट्टी की प्यारी मुक्की की👊😇की🙏 #sapne #BadhaiHoChuttiKi सवाल- "दिन में सपने कैसे होते?" जवाब- "हमें तो लगता कि- सपने सपने होते, सपने दिन और रात नहीं देखते, सपने कभी भी छुट्टी मनाने आ जाते... और हमारी छुट्टी करके चले जाते...