काश तुम corona होती.. जो छूता तुम्हें और तुम मेरी होती ! काश तुम corona होती.. जो मिटाता मैं तुम्हें बार-बार Sanitizer से, तुम हाथों से जिस्म जा में होती! काश तुम corona होती.. मैं तुझ में और तुम मुझ में होती, दो शरीर और एक जिस्म जान होती ! काश तुम corona होती.. तुम्हारी वज़ह से शरीर के हर एक हिस्से में नाका बंदी होती, ना तुम्हारे नाम की कोई दवाई होती ! काश तुम corona होती.. मैं जीता कुछ पल बंद कमरों में बस तुम मेरे साथ होती, ना कोई परेशानी और ना किसी की आवाज़ होती ! काश तुम corona होती ! Shahbaz Ansari ✍️✍️✍️