रात जायां करो ना मेरे हमसफ़र बीत जाये ना लम्हें मुहब्बत भरे। रात आती रही रात जाती रही आपआये नही ना कोई है खबर। चांदनी रात को यूं ही रौशन करे आप सूरज जो आए चले जाते है। आज की रात मैं चांद को रोक लूं अक्स पानी में तेरा दिखाई तो दे। ख्वाब बदले हमेशा मेरी रात में मंजिल बदले नही कारवां बदले है। ©Sadhana .(teacher) #lightindark