Nojoto: Largest Storytelling Platform

यहां आया था पढ़ने शहर में, मैं तो कुछ और ही कमाल क

यहां आया था पढ़ने शहर में,
मैं तो कुछ और ही कमाल कर बैठा।
उसने सही से मुझे देखा भी नहीं
 और मैं था कि इजहार कर बैठा।
बोलता था कभी कि मैं तो बहुत सख्त हूं,
देखो मैं पिघल गया और प्यार कर बैठा।
---कुमार आदित्य...
यहां आया था पढ़ने शहर में,
मैं तो कुछ और ही कमाल कर बैठा।
उसने सही से मुझे देखा भी नहीं
 और मैं था कि इजहार कर बैठा।
बोलता था कभी कि मैं तो बहुत सख्त हूं,
देखो मैं पिघल गया और प्यार कर बैठा।
---कुमार आदित्य...
kumaraditya8863

Kumar Aditya

Bronze Star
New Creator