दर्द प्यारा लगे, तुझसे बिछड़ने का भी, क्योंकि ये दर्द में भी एक, एहसास जो तेरा होता है। तेरी नाराजगी में भी, एक प्यार छुपा है मेरे लिए, मुझे एक विश्वास है अपने प्यार पर की, के आज नहीं तो कल जरूर मना लेंगे तुझको। तेरी गैरहाजरी में भी में, जी रहा हूंँ सिर्फ तुझको, मेरी आँखों से गिरते दर्द भरे, आंसू भी खुशी से पी रहा हूँ मे। तेरे बिन यह जहां सुना लगे मुझे, यह रात का काला अंधेरा भी खाए मुझे, लेकिन मन में एक आस है तेरी की, रात के अंधेरे के बाद, उगता सूरज का तेज़ होता है। -Nitesh Prajapati ♥️ Challenge-947 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।