मुझे यकीं है की मेह्फ़िल में तुम तो तहजीब-ए-हिसाब में रहोगी मग़र जो भी तुम्हे ब-हिजाब देखेगा वो बे हिसाब हो जाएगा ARZ-ए-SAYED मुझे यकीं है की मेह्फ़िल में तुम तो तहजीब-ए-हिसाब में रहोगी। मग़र जो भी तुम्हे ब-हिजाब देखेगा वो बे हिसाब हो जाएगा Arz-ए-Sayed