तुझे देखूं तो बस तुझे देखूं। मेरा शोक है बस तुझे द | हिंदी शायरी और ग़ज़
"तुझे देखूं तो बस तुझे देखूं।
मेरा शोक है बस तुझे देखूं।।
तेरे ख़्वाबों की जिंदा ताबिर देखूं।
हर हर्फ़ में उसकी खुशबू भरता देखूं।।
तेरी गली से गुजारूं तुझी को सलाम देखूं।
मेरे जनाज़े को तेरे घर के सामने रोका देखूं।।"
तुझे देखूं तो बस तुझे देखूं।
मेरा शोक है बस तुझे देखूं।।
तेरे ख़्वाबों की जिंदा ताबिर देखूं।
हर हर्फ़ में उसकी खुशबू भरता देखूं।।
तेरी गली से गुजारूं तुझी को सलाम देखूं।
मेरे जनाज़े को तेरे घर के सामने रोका देखूं।।