हैरान मेहरवानों के रुमाल हो गए । आंसू कमाल ए ज़ब्त से जब लाल हो गए । ये देखना है किस घड़ी दफनाया जाऊंगा । हमें मरे हुए तो कई साल हो गए । by# waseem nadir # हमको मरे हुए तो# waseem nadir poetry #