मेरी महबूब भी ये कमाल करती है नजरो से कुछ जुबान से कुछ और कहती है।। मोहब्बत है पर मोहब्बत से इंकार करती है।। मैं उसका और वो वक़्त का इंतज़ार वक़्त का इंतेजार करती है।।