सोने की सलाखें सुर्ख लाल थी हथेली पर सो मेंहदी लगाना छोड़ आये चुभने लगे थे रेशम के लिबास सो माँ का दिया बक्सा छोड़ आये Maya'poetry#njotoagra#shayari#nojotohindipoetry#love