वफ़ा क्या है जानना है तो झाँक कर देखो मज़ार के बाहर बैठे उस आशिक की आखों में जो हर रोज इसी उम्मीद से खुलती है कि उसकी रुख्सती हो तो सिर्फ सनम की बाहों में Nojoto Maya'Shayari