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archu 12th में थी ...कोचिंग का पहला दिन ...सारे पु

 archu 12th में थी ...कोचिंग का पहला दिन ...सारे पुराने दोस्त ...वो जिनके साथ archu अभी पढ़ rhi थी और वो भी जिन्होने school chng.कर दी थी ...बेहद ख़ुश थे सभी आज काफ़ी वक्त बाद सबसे मुलाक़ात हुई थी .class में लगभग सभी पहचान के थे ..हाँ कुछ चेहरे थे नये ..अजनबी , पर उनकी किसे फ़िक्र थी सभी अपने में मस्त थे ...archu की जगह fix होती थी हमेशा सभी को मालूम था ....फर्स्ट बैंच ...साईड वाली ....पिछे से ठीक से दिखाई नही देता था उसे ....सभी ने अपनी जगह ले ली ....पहला दिन था सबका परिचय हुआ ....सभी एक दूसरे को जानते थे सिवाए तीन लड़को के ...तीनो अच्छे dost थे ....और इन्ही में से एक है  ......K .....
       सारे स्टूडेंट्स class में आ चुके थे सिवाए एक के (वो ही archu अपनी ही दुनिया में मस्त)..सर भी आ गये maths वाले ...सबसे बेकार सा सब्जेक्ट था archu के लिए ...पर मज़बूरी भी होती हैं ना पढ़ना ही पड़ता हैं ....सर के आने के बाद ...
सर sry हम आ जाए ...archu 
कहां भटक रहें थे मैडम जी ....सर 
कुछ नही सर पानी पीने गये थे ...archu और सारी class हंस पड़ी । 
कम से कम बहाने तो बदल दिया कर ..किसी की आवाज़ आई पीछे से ...सर को भी हंसी आ गईं ..चल अंदर आ ...और archu आ गईं ..उसने देखा उसकी जगह पे कोई और बैठा हैं अनजान सा ...वो सोचने लगी क्या करें ...अरे विराजिये मैडम ...सर ने कहा ...सर ..वो कुछ कहती उससे पहले ही उसकी frnd ...ने उससे अपने साथ बैठने के लिये कहा ....archu के पास विकल्प नही था , फ़िर परिचय दिया सबने ...अपना नाम और school बताया बस ....सर ने class से  जाने से पहले कहा आज़ ...पढ़ाई नही करते कल से करेंगे जिसको जाना हो वापस जा सकता हैं पर girls मुझे बता कर जाएंगी ...अब सर नही थे class में तो सब शेर ही थे ....boys देखने लगे की कोई दिख जाए ढंग ..और girls भी यही सोच री थी ....और हमारी archu ...उसका ध्यान अपनी बैंच पर था ....वो लड़का कुछ देर अपने दोस्तो से बात करके class से निकलने लगा तभी ....
रुको    जोर से archu ने कहा   ....वो class के बाहर रूक गया ....
सुनिए ज़नाब  K...आप हमारी बैंच पर ना बैठे कल से ....
 archu 12th में थी ...कोचिंग का पहला दिन ...सारे पुराने दोस्त ...वो जिनके साथ archu अभी पढ़ rhi थी और वो भी जिन्होने school chng.कर दी थी ...बेहद ख़ुश थे सभी आज काफ़ी वक्त बाद सबसे मुलाक़ात हुई थी .class में लगभग सभी पहचान के थे ..हाँ कुछ चेहरे थे नये ..अजनबी , पर उनकी किसे फ़िक्र थी सभी अपने में मस्त थे ...archu की जगह fix होती थी हमेशा सभी को मालूम था ....फर्स्ट बैंच ...साईड वाली ....पिछे से ठीक से दिखाई नही देता था उसे ....सभी ने अपनी जगह ले ली ....पहला दिन था सबका परिचय हुआ ....सभी एक दूसरे को जानते थे सिवाए तीन लड़को के ...तीनो अच्छे dost थे ....और इन्ही में से एक है  ......K .....
       सारे स्टूडेंट्स class में आ चुके थे सिवाए एक के (वो ही archu अपनी ही दुनिया में मस्त)..सर भी आ गये maths वाले ...सबसे बेकार सा सब्जेक्ट था archu के लिए ...पर मज़बूरी भी होती हैं ना पढ़ना ही पड़ता हैं ....सर के आने के बाद ...
सर sry हम आ जाए ...archu 
कहां भटक रहें थे मैडम जी ....सर 
कुछ नही सर पानी पीने गये थे ...archu और सारी class हंस पड़ी । 
कम से कम बहाने तो बदल दिया कर ..किसी की आवाज़ आई पीछे से ...सर को भी हंसी आ गईं ..चल अंदर आ ...और archu आ गईं ..उसने देखा उसकी जगह पे कोई और बैठा हैं अनजान सा ...वो सोचने लगी क्या करें ...अरे विराजिये मैडम ...सर ने कहा ...सर ..वो कुछ कहती उससे पहले ही उसकी frnd ...ने उससे अपने साथ बैठने के लिये कहा ....archu के पास विकल्प नही था , फ़िर परिचय दिया सबने ...अपना नाम और school बताया बस ....सर ने class से  जाने से पहले कहा आज़ ...पढ़ाई नही करते कल से करेंगे जिसको जाना हो वापस जा सकता हैं पर girls मुझे बता कर जाएंगी ...अब सर नही थे class में तो सब शेर ही थे ....boys देखने लगे की कोई दिख जाए ढंग ..और girls भी यही सोच री थी ....और हमारी archu ...उसका ध्यान अपनी बैंच पर था ....वो लड़का कुछ देर अपने दोस्तो से बात करके class से निकलने लगा तभी ....
रुको    जोर से archu ने कहा   ....वो class के बाहर रूक गया ....
सुनिए ज़नाब  K...आप हमारी बैंच पर ना बैठे कल से ....

archu 12th में थी ...कोचिंग का पहला दिन ...सारे पुराने दोस्त ...वो जिनके साथ archu अभी पढ़ rhi थी और वो भी जिन्होने school chng.कर दी थी ...बेहद ख़ुश थे सभी आज काफ़ी वक्त बाद सबसे मुलाक़ात हुई थी .class में लगभग सभी पहचान के थे ..हाँ कुछ चेहरे थे नये ..अजनबी , पर उनकी किसे फ़िक्र थी सभी अपने में मस्त थे ...archu की जगह fix होती थी हमेशा सभी को मालूम था ....फर्स्ट बैंच ...साईड वाली ....पिछे से ठीक से दिखाई नही देता था उसे ....सभी ने अपनी जगह ले ली ....पहला दिन था सबका परिचय हुआ ....सभी एक दूसरे को जानते थे सिवाए तीन लड़को के ...तीनो अच्छे dost थे ....और इन्ही में से एक है ......K ..... सारे स्टूडेंट्स class में आ चुके थे सिवाए एक के (वो ही archu अपनी ही दुनिया में मस्त)..सर भी आ गये maths वाले ...सबसे बेकार सा सब्जेक्ट था archu के लिए ...पर मज़बूरी भी होती हैं ना पढ़ना ही पड़ता हैं ....सर के आने के बाद ... सर sry हम आ जाए ...archu कहां भटक रहें थे मैडम जी ....सर कुछ नही सर पानी पीने गये थे ...archu और सारी class हंस पड़ी । कम से कम बहाने तो बदल दिया कर ..किसी की आवाज़ आई पीछे से ...सर को भी हंसी आ गईं ..चल अंदर आ ...और archu आ गईं ..उसने देखा उसकी जगह पे कोई और बैठा हैं अनजान सा ...वो सोचने लगी क्या करें ...अरे विराजिये मैडम ...सर ने कहा ...सर ..वो कुछ कहती उससे पहले ही उसकी frnd ...ने उससे अपने साथ बैठने के लिये कहा ....archu के पास विकल्प नही था , फ़िर परिचय दिया सबने ...अपना नाम और school बताया बस ....सर ने class से जाने से पहले कहा आज़ ...पढ़ाई नही करते कल से करेंगे जिसको जाना हो वापस जा सकता हैं पर girls मुझे बता कर जाएंगी ...अब सर नही थे class में तो सब शेर ही थे ....boys देखने लगे की कोई दिख जाए ढंग ..और girls भी यही सोच री थी ....और हमारी archu ...उसका ध्यान अपनी बैंच पर था ....वो लड़का कुछ देर अपने दोस्तो से बात करके class से निकलने लगा तभी .... रुको जोर से archu ने कहा ....वो class के बाहर रूक गया .... सुनिए ज़नाब K...आप हमारी बैंच पर ना बैठे कल से .... #nojotophoto