दुश्मनों के लिए सवाल थें कल जो शहीद हुएँ,वो ढाल थें कभी पुछते नही मसरूफियत में हम। वो लोग वहीं खुशनुमा हाल थें अब ये मत पूछना की क्या हुआ बस कल कुछ शेर शहीद हो गएँ वो हमारी ही देखभाल थें वो जो भी थे बेमिसाल थें भारत माँ के वीर पूत्र थे वो और वो दुश्मनों के काल थे अब ये मत पूछना की क्या हुआ बस कल कुछ शेर शहीद हो गएँ वो रहकर दुर हमसे भी शोहबत दे गएँ अपनी मिटाकर देश पे खुद को मोहब्बत दे गएँ अपनी जमाने के थपेडों में उन्हें भी तुम याद कर लेना हमारी राहतों पे जो वो राहत दे गएँ अपनी अब ये मत पूछना की क्या हुआ बस कल कुछ शेर शहीद हो गएँ ✍️संदीप कुमार तिवारी #Delhi_Riots