ज़िंदगी की शाम अभी कुछ हिसाब बाकी है ऐ ज़िंदगी तुझसे; आ मेरी रूह और ईमान भी ले ले ज़कात में; ©Md Alfaz #Zindagi #रूह और #ईमान भी #ले #ले