नभ के हिय में लगा घाव ही मेघ है | आँसुओं सा मेरा भाव ही मेघ है | 'अश्रु' बूँदें गिरीं तो ये बारिश हुई, मेरे नयनों का ठहराव ही मेघ है || कवि शिवम् सिंह सिसौदिया 'अश्रु' नभ के हिय में लगा घाव ही मेघ है | आँसुओं सा मेरा भाव ही मेघ है | 'अश्रु' बूँदें गिरीं तो ये बारिश हुई, मेरे नयनों का ठहराव ही मेघ है || कवि शिवम् सिंह सिसौदिया 'अश्रु'