है अंधेरा छंट रहा, फिर भी रौशनी की दरकार है।। सूर्य रश्मि है चरम पर, फिर क्यूँ दीये पर वार है।। है अंधेरा छंट रहा, फिर भी रौशनी की दरकार है।। सूर्य रश्मि है चरम पर, फिर क्यूँ दीये पर वार है।। #quotes