खत में मैंने लिखा कि आज सोचा एक ख़त तुम्हारे नाम लिखते है, अल्फाज़ कम ही सही पर शिकायतें तमाम करते है! उन चंद लफ्जो में ही मेरे दिल का हाल बयां हो जाता, पर याद करके तेरी गुस्ताखियों को यादों का ही इंतकाल करते है! कलम तो मैने उठा ली तुझसे इश्क़ की मजबूरी में, पर वो दिल्लगी ही क्या जिसमे नफरतों को सरेआम करते है! ना जाने कैसी लकीरें है मेरे हाथों की, तुझसे ही नफरत बेशुमार है .........और.......... तुझसे ही प्यार बेपनाह करते है!! ~•shubhi•~© #Khat इक ख़त तुम्हारे नाम लिखते है और शिकायतें तमाम करते है...... #poetry #poem #love #brokenheart #truthoflife #lovers Dilwala© Bhavana Pandey