मैं कल भी तेरे साथ था मैं अब भी तेरे साथ हूँ बेफिक्र था मौजी था मैं आज तेरा एक अल्फाज हूँ नरक मैं जीता बाशिन्दा था मैं तेरी बनाई हुई एक आस हूँ जो याद करे हर एक पल तुझे वो बहती हुई श्वांस हूँ ऋणी था मैं, कर्जदार था जीवन का आज उठता हुआ उल्लास हूँ हर्षित हूँ तुझे पाया है मेने तेरे लिए बदलता एक साज हूँ जनाब (Rahi) हर एक शब्द तेरे नाम #love #poetry #inlove