- GAZAL E KRANTI
लफ्जों के इत्तफाक में यूँ बदलाव करके देख,
तू देख कर न मुस्कुरा, बस मुस्कुरा के देख।
लफ्जों के -----
नजीर नहीं कोई जिसका, तू वो बेनजीर है
चल जाये तो हो घायल दुनिया, एक ऐसी तीर है।
तू देखकर आँखें न चुरा, बस आँखें चुरा के देख।
लफ्जों के ......