उसे छूते हुए भी डर रहा था। वो मेरा पहला पहला तजुर्बा था कभी एक दूसरे पर खुल न पाए। हमारे दरमियाँ इक दूसरा था वो इक दिन जाने किस को याद कर के मेरे सीने से लग के रो पड़ा था। उसे भी प्यार था एक अजनबी से मेरे भी ध्यान में एक दूसरा था #डर #तजुर्बा #हमारे #दरमियाँ #याद #प्यार #अजनबी