हिम्मत नहीं थी खुद खुसी करने की जिससे उम्मीद थी गावं पहुंचने की उसी ने हमें चैन कि नींद सुला के हमें सुकून प्रदान किया वाह क्या लीला खेली राम ने 😓 #ओरंगाबाद Amiya #RIP #Mumbai #Poetry #lekhak #likhari #