मैं ठहरा हुवा एक सागर हूँ, तुम बहती हुवी एक नदियाँ। बहकर मुझमें तुम समाँ जाओ, फिर कैसे अलग करेगी दुनिया। @ICB PRATAP INSTAGRAM|MERI KALPNA HO TUM my Untold Words...