मैं अबला नहीं एक सबला नार हूँ छूना नही मुझे मै एक तलवार हूँ भस्म कर दूंगी जो आंखे मेरी तरफ उठी मै चिंगारी नही मैं आग हूं अंगार हूँ दो कदम पीछे हटाएँ हैं मोड़े नही हैं किसी भी हालात ने मेरे होंसले तोड़े नहीं है तू तो बस एक घर है मैं पूरा संसार हूँ मुझे कोमल कली समझने की भूल ना करना कमजोर बनकर ना किसी सितम को कबूल करना मै एक पैनी कटार की धार हूँ मै अबला नही एक सबला नार हूँ मोना Dear✍🏻 #naar