काश तुम सुन लेती जब वो मैं थका-हारा सा आ बैठता हूँ खींचने की एक बेतरीब कोशिश ख्वाबों के उन पन्नों को जो सिमट गये हैं परतों में उनके खींचने की चरमराहट काश तुम सुन लेती।। काश तुम सुन लेती जब मैं हो जाता हूँ अपने ही वजूद में अकेला बंट जाता है सबकुछ अंदर ही उलझ कर रह जाता हूँ एक बिखरे हुवे ऊन के गोले सा कानों तक नहीं पहुंच पाती है रूह की आवाज काश तुम सुन लेती।। काश तुम सुन लेती वो मेरी अनकही बातें मेरे कदमों से लिपटी खव्हिशों की राहें मैं भी कुछ किस्से रखे हूँ उन्हें सुनने के ही बहाने आ लिपट जाती मेरे गले जिंदगी काश तुम सुन लेती।। #तितली #titli#Mylove#life#shayri#nojoto#love