रस्ता और गाँव गाँव कि धुल में भी अब सीमेंट की मिलावट जरुरी हो गई । रास्तों में डामर की काली और लंबी चादर बिछानी मजबूरी हो गई । कब तक जियेगे ग्रामीण गरीबी की तलहटी के तले । तुम तो शहरो में बस गए और तुम गाँव कि वो तस्वीर चाहते हो पर अब तो हद हो गई । #Development village and villagers