तूकड़े होते हैं जब दिल के, तब जस्बात निखरते हैं। कहे ना सके जो ज़ुबा से, वो लिख लेते हैं। शायर यूही नहीं उभरते जनाब, नजाने कीतने ग़मों का बोझ लिए वो जीते हैं। सजाकर पन्नो पे ज़िन्दगी को अपनी, चंद शब्दों में वो बया करते हैं। #nojoto #nojotocomedy#satyaprem sir#alone #life