झिमिर झिमिर बरसत हे पानी आज सावन में मातत हे गली खोर जईसे बिहाव के मड़वा माते बाजा बाजे गुदुम गदम मोहरी बाजे तिरी रूरी रे चलत हे भोला नंदी म बइठ के गौरी बिहाय रे #love #myquote #feelings #chhattisgarh #chhattisgarhi