Nojoto: Largest Storytelling Platform

Shivam Singh कैसा रोग लगाया इसने, माने ना ये ज़िद्

Shivam Singh कैसा रोग लगाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन |
जीते जी मरवाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||

इस रस्ते में भूल-भुलैया, आकर फँसी ज़िंदगी है,
क्या रस्ता बतलाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||

रूह परिंदा फिर से आया, क़फ़स में इसके कहने से,
कैसा इसे फँसाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||
Shivam Singh कैसा रोग लगाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन |
जीते जी मरवाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||

इस रस्ते में भूल-भुलैया, आकर फँसी ज़िंदगी है,
क्या रस्ता बतलाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||

रूह परिंदा फिर से आया, क़फ़स में इसके कहने से,
कैसा इसे फँसाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||

कैसा रोग लगाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन | जीते जी मरवाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन || इस रस्ते में भूल-भुलैया, आकर फँसी ज़िंदगी है, क्या रस्ता बतलाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन || रूह परिंदा फिर से आया, क़फ़स में इसके कहने से, कैसा इसे फँसाया इसने, माने ना ये ज़िद्दी मन ||