सँवर कर बैठे हैं सनम, चेहरे पे अजब नूर है। मोहब्बत की रात है ये, छाया प्यार का सुरूर है। चाँद को अपनी छवि पे, शायद थोड़ा गुरूर है। चाँद कहाँ इतना सुंदर, मेरा यार कोहिनूर है।। मेरा यार कोहिनूर है। #करवाचौथ #Karwachauth #चाँद #यार #रात